Sound 🔊🔊🔊

ध्वनि (Sound) एक प्रकार का कम्पन या विक्षोभ है जो किसी ठोसद्रव या गैस से होकर संचारित होती है। किन्तु मुख्य रूप से उन कम्पनों को ही ध्वनि कहते हैं जो मानव के कान (Ear) से सुनायी पडती हैं। 『RDX๛MAHI』

      ध्वनि तरंगों के रूप में होती है। यह दो प्रकार की हो सकती है-
अनुदैघर्य तरंग– इसमें ध्वनि संचरण के माध्यम के कण समानान्तर इसकी गति की दिशा या विपरीत दिशा में जाते है तथा कम्पन से ध्वनि पैदा करते हैं। ऐसी ध्वनि तरंगों को अनुदैघर्य तरंगें कहते हैं। द्रव, गैस व प्लाज्मा आदि द्रव्यों में ध्वनि अनुदैघर्य तरंग के रूप में संचारित होती है।

   अनुप्रस्थ तरंग– इसमें ध्वनि संचरण के माध्यम के कण इसकी गति की दिशा या विपरीत दिशा में न जाकर लम्बवत होकर कम्पन करके ध्वनि पैदा करते हैं। ऐसी ध्वनि तरंगों को अनुप्रस्थ तरंगें कहते हैं। ठोस पदार्थ में ध्वनि अनुप्रस्थ तरंग के रूप में संचारित होती है। 
    
 
आवृति के अनुसार ध्वनि भिन्न-भिन्न रूपों में हो सकती है, जो निम्नलिखित है-
 श्रव्य– 20 हर्ट्ज़ से 20 किलोहर्ट्ज़ आवृति वाली ध्वनि श्रव्य होती है, जिसे मनुष्य द्वारा सुना जा सकता है।
     
पराश्रव्य– 20 किलोहर्ट्ज़ से अधिक आवृति वाली ध्वनि अत्यधिक उच्च तरंगों से युक्त होती है तथा यह भी मनुष्य द्वारा नही सुनी जा सकती।

अपश्रव्य– 20 हर्ट्ज़ से निम्न आवृति की ध्वनि अपश्रव्य की श्रेणी में आती है। इसे मनुष्य के कान नही सुन सकते न ही इसे सुनने का प्रयत्न किया जाना चाहिए।
      
          

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